FashionatingWorld की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, कपास की कीमतें औरधागादक्षिण भारत मिल्स एसोसिएशन (एसआईएमए) के रवि सैम के उपाध्यक्ष और रवि अध्यक्ष एसके सुंदररमन कहते हैं, हाल के सप्ताहों में गिरावट आई है।
उनके मुताबिक, फिलहाल तिरुपुर में यार्न 20 रुपये से 25 रुपये किलो के डिस्काउंट प्राइस पर बिक रहा है।इसके बावजूद मिलें उत्पादित सूत का केवल 50 प्रतिशत ही बेच पाई हैं।अधिकांश मिलों ने उत्पादन कम कर दिया है।
कपास की कीमतों में भी भारी गिरावट आई है।कपास की शंकर-6 किस्म का हाजिर भाव पिछले महीने लगभग 1 लाख रुपये प्रति कैंडी की तुलना में गिरकर 91,000 रुपये (लगभग) रह गया है।
केंद्र सरकार ने 30 सितंबर तक शुल्क मुक्त आयात की अनुमति के साथ कपास की कीमतों में गिरावट शुरू कर दी।मिलों ने छूट को 31 दिसंबर तक बढ़ाने की मांग की है।
पोस्ट करने का समय: जून-24-2022